क्या हाल-अहीरवाल, ट्रैफिक जाम से लोग बेहाल
सफेद हाथी बनकर मुंह चिढ़ा रही रेड लाइट्स
4 साल सत्ता में रहने के बावजूद दुरूस्त नहीं करा पाई सरकार
दिनभर कुकरमुत्तों की तरह दौड़ते आटो रिक्शा जाम की बड़ी वजह
लोगों की मांग; आड इवन व्यवस्था लागू करे व्रशासन
अब वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत: एसपी
सुधार के लिए महिला सब इंस्पेक्टर को लगाया शहर ट्रैफिक इंचार्ज
रेवाड़ी, 28 जून। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बने चार साल बीतने को हैं, लेकिन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए कांग्रेस सरकार में लाखों रूपए खर्च करके प्रमुख चौराहों पर लगाई गई रेड लाइट्स आज भी सफेद हाथी बनकर प्रशासन और सरकार को मुंह चिढ़ा रही हैं। ऐसे में इस शहर के लिए नासूर बन चुकी यातायात जाम की समस्या से वाहन चालकों को दो-चार होना पड़ रहा है।
रेंग-रेंग कर चलते दिखाई पड़ रहे वाहनों की यह तस्वीर कहीं और की नहीं, बल्कि अहीरवाल का लंदन कहलाने वाले उस रेवाड़ी शहर की, जहां ट्रैफिक जाम न केवल वाहन चालकों के लिए, बल्कि पुलिस के लिए भी किसी सरदर्द से कम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस का अधिकांश वक्त जाम खुलवाने में ही बीत जाता है। हालांकि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए पुलिस कप्तान राजेश दुगगल ने एक होनहार महिला सब इंस्पैक्टर को शहर ट्रैफिक इंचार्ज लगाया है, जिसके आने के बाद ट्रैफिक में कुछ सुधार भी हुआ है, लेकिन नाईवाली को छोडक़र शहर के अन्य चौराहों के हालात अभी भी जस के जस दिखाई पड़ते हैं।
इस जाम की बड़ी वजह जहां दिनभर सडक़ों पर कुकरमुत्तों की तरह दौड़ रहे आटो रिक्शा हैं, जिनमें अधिकांश के पास पूरे कागजात तक मौजूद नहीं हैं, वहीं शहर की लाईफ लाईन माने जाने वाले सरकुलर रोड पर फैला अतिक्रमण भी जाम का प्रमुख कारण है।
लोगों की मांग है कि अगर शहर में ऑड इवन व्यवस्था लागू की जाए, ताकि टै्रफिक व्यवस्था में सुधार हो सके।
पुलिस कप्तान की मानें तो जल्द ही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरूस्त कर दिया जाएगा। वहीं नगर परिषद के अधिकारी भी ऐसा ही दम भर रहे हैं, लेकिन अब देखना होगा कि यह सुधार कब तक हो पाता है। या फिर लोगों को यंू ही इस समस्या से दो-चार होना पड़ेगा।
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