क्यों दिव्यांग पहुंचे रामलीला मैदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने थे तब उन्होंने विकलांग व्यक्तियों के लिए दिव्यांग नाम दिया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि दिव्यांगों की मदद करो उनके लिए काम करो सरकार आपको सहयोग करेगी इसी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की जिनमें दिव्यांगों के लिए रोजगार आवास आदि जैसे सुविधाएं प्रदान कराना परंतु जमीनी स्तर पर यह सब घोषणा केवल कागजों में ही सिमट कर रह गई आज भी देश के दिव्यांग पहले की तरह कमजोर असहाय व बेरोजगार हैं।
सरकार द्वारा की गई घोषणाएं कभी भी दिव्यांगों तक पहुंच नहीं पाई जब वह सरकार से सहायता के लिए अधिकारियों के पास पहुंचते हैं तो उनको धुत्कार कर भगा दिया जाता है उनके हाथ हमेशा निराशा ही हाथ लगती है। इसी के चलते दिल्ली के रामलीला मैदान में दिव्यांगों ने सरकार के खिलाफ भुख हड़ताल कर दी है वह दिल्ली के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते हैं तथा उनको अपनी परेशानियों से अवगत कराना चाहते हैं।
अब देखना यह है कि क्या इन परेशान दिव्यांगों की परेशानियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच पाती है और अगर पहुंचती है तो क्या उनके द्वारा दिव्यांगों की परेशानी को दूर करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।