डूंगरपुर में उत्सव की तरह मनाया विश्व आदिवासी दिवस।
डूंगरपुर में मनाया विश्व आदिवासी दिवस स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए 1500 से ज्यादा आदिवासी महिला ने चलाये तीर-कमान, उन्ही की याद में आज डूंगरपुर जिले के कई ब्लॉक को लेकर जिला स्तर पर विश्व आदिवासी दिवस को डूंगरपुर में त्यौहार की तरह मनाया गया और वहां के आदिवासी द्वारा कई तरह के तीर-कमान और तलवार के साथ धूमधाम से और आक्रोश जनक रैली निकाली डूंगरपुर जिले को जोड़ने वाले रास्तों का भी आवागमन बंद हो गया डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा में विश्व आदिवासी दिवस को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ गैर नृत्य का भी कार्यक्रम रखा गया। इस शुभ अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वागड़ के लोगों को पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी।और कहा की जनजाति समुदाय के गौरवपूर्ण इतिहास का राजस्थान साक्षी रहा है। राणा पूंजा का नाम भी उतना ही आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है। जितना महाराणा प्रताप का लिया जाता है। प्रदेश के इतिहास को गौरवशाली बनाने में यहां के जनजाति समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं।रंखांकित करने के लीए हम जनजाति क्षेत्र मैं मानवगठ धाम राष्ट्रीय जनजातीय संग्रहालय तथा मावजी महाराज का पैनोलोमा स्थापित कर रहे है। ओर वीर वाला कालीबाई पैनोरमा पूर्व में ही हमने जनजाति समुदाय को समर्पित कर चुके हैं। हमारी सरकार जनजाति वर्ग के प्राण के लिए अनेक तट पर रही है। इसी तरह श्रीमती मुख्यमंत्री राजे अनेक बात पत्रों के माध्यम से कही।
इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले मुख्य अतिथि डूंगरपुर विधानसभा के विधायक देवेंद्र जी कटारा और आदिवासी समुदाय के अध्यक्ष नारायण लाल मोडिया ने कार्यक्रम को शांतिपूर्वक ढंग से मनाने मे सहयोग किया। सच की रफ़्तार के सवांददाता अजित लबाना की रिपोर्ट।
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