स्वदेशी जागरण मंच का चीन के नीतियों के खिलाफ एक अहम कार्यक्रम
नई दिल्ली: जितेश अनेजा : चीन के गलत नीतियों को विश्व के समक्ष रखने के लिए स्वदेशी जागरण मंच 29 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक खास कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हिस्सा ले रहे दीपक शर्मा ने सच की रफ़्तार के संवाददाता जितेश अनेजा से खास बातचीत में कहा कि रामलीला मैदान से स्वदेशी जागरण मंच के द्वारा पूरे विश्व को जागरूक किया जाएगा कि किस तरह से चीन की नीतियां केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि सभी देशों के लिए एक खतरा बनती जा रही है। पेश है दीपक शर्मा से चीन के बारे में बातचीत के कुछ मुख्य अंश।
चीन एक ऐसा देश है जो सस्ते उत्पाद बनाने के लिए जाना जाता है और जिसकी वजह से उसके बनाये हुए सामानों को देश में आयात किया जाता है और अपने देश में बने चीजों को कम तवज्जो दी जाती है और लोग चीन में बने सामानों को सस्ते होने की वजह से खरीदते हैं और इससे चीन की अर्थव्यवस्था मज़बूत होती है और इससे चीन को काफी फायदा होता है। भारत में इसका नुकसान ये होता है कि हमारे देश में फैक्ट्रियां बंद हो जाती हैं और कामगार बेरोज़गार हो जाते हैं साथ ही चीन के साथ हमारे देश की व्यापर भी काफी घाटे का सौदा साबित हो रही है।
चीन से पर्यावरण को भी काफ़ी खतरा है पूरे विश्व के प्रदूषण में अकेले चीन की हिस्सेदारी 21% है जो तय मानक स्तर से काफी ऊपर है और पूरे विश्व के लिए एक गंभीर मुद्दा है वहीं भारत की अगर बात की जाए तो भारत का प्रदूषण में हिस्सेदारी मात्र 4 % है।
ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका लगातार विश्व स्तर पर कमज़ोर पड़ता जा रहा है और आगे आने वाले समय में दुनियां को एक मज़बूत लीडरशिप की जरुरत पड़ सकती है जिसमे चीन अपनी दावेदारी ठोक सकता है और अगर ऐसा हुआ तो यह पूरे विश्व के लिए एक बहुत बड़ा खतरा होगा।
चीन एक ऐसा देश है जहाँ लोकतंत्र नहीं है जहाँ मीडिया की आज़ादी नहीं हैं, जहाँ छात्रों के साथ भी इस तरह बर्बता होती है कि राष्ट्रपति भवन के सामने 2600 छात्रों को कुचलवा देता है, जिस देश ने सिंगल चाइल्ड पालिसी के कारण अपने देश की पारिवारिक व्यवस्था को ख़त्म कर दिया, जहाँ सोशल मीडिया के नाम पर अपने ही देश में बनाये हुए कुछ ऍप्लिकेशन्स चलते हों न की फेसबुक, गूगल, जी-मेल।
चीन की नीतियों स कहीं न कहीं उनकी जनता भी परेशान हैं और चीन जैसा देश पूरे देश की अगुवाई ऐसा करे जहाँ लोकतंत्र ही नहीं है तो फिर ये पूरे विश्व के लिए एक बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
भारतीय बाज़ारों में चीनी सामानों का होना चाहिए बहिष्कार: रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल
भारतीय सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल ने सच की रफ़्तार के पत्रकार जितेश अनेजा से खास बातचीत में कहा कि हिंदुस्तान में चीन से आने वाले सामानों का बहिष्कार होना चाहिए।
भारत के लीडरशिप की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में इस वक़्त एक मज़बूत लीडरशिप है और भारत में ये जो त्योहारों का वक़्त है उसमें चीन से सामान काफी मात्रा में बनकर आती है जो सस्ते होने की वजह से यहाँ के लोग इसको इस्तेमाल करते हैं और इससे चीन को अपनों अर्थव्यवस्था मज़बूत करने में काफी मदद मिलती है। सहगल जी ने कहा कि हमारे देश में भी क्षमता है कि सस्ते सामान यहाँ बने और देश की अर्थव्यवस्था और मज़बूत हो सके।
क्या है चीन से भारत को नुकसान: चीन और पाकिस्तान भारत के दो ऐसे पडोसी मुल्क हैं जिससे भारत का युद्ध हो चूका है और आज भी दोनों देशों से भारत का तनाव बना रहता है साथ ही चीन पाकिस्तान को मदद करता है जिसका पाकिस्तान भारत में आतंकवादी हमलों के लिए करता है।
कौन हैं मेजर जनरल पीके सहगल: साल 2002 में रिटायर हुए मेजर जनरल पीके सहगल सेना के कई उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. सहगल आर्मी डिफेंस कॉलेज के हेड रह चुके हैं. सहगल करीब सेना के तीन हजार जवानों को आर्मी कॉलेज में विशेष ट्रेनिंग दे चुके हैं. साथ ही साथ नेशनल डिफेंस अकादमी, खड़गवासला में भी सहगल ने अपनी सेवाएं दी हैं. सहगल भारतीय सेना के एयर डिफेंस ब्रिगेड की कमान भी संभाल चुके हैं. करगिल युद्ध के वक्त भी मेजर जनरल पीके सहगल ने विशेष भूमिका अदा की थी.